Wednesday, March 18, 2009

१९ ख्याली सहारण छे़डेंगे अभियान


राजस्थानी
भाषा के पक्षधर

को ही समर्थन की अपील

हास्य कलाकार ख्याली सहारण छेड़ेंगे अभियान

भाषा को बनाएंगे चुनावी मुद्दा

हनुमानगढ़, 17 मार्च। प्रसिद्ध हास्य कलाकार एवं फिल्म अभिनेता ख्याली सहारण ने प्रदेश वासियों से लोकसभा चुनावों में राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता के समर्थक प्रत्याशियों को ही वोट देने की अपील की है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों से जन सम्पर्क के दौरान अपनी मायड़भाषा में ही संवाद का आग्रह करते हुए इसे प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने का आग्रह किया है।
ख्याली ने सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में अफसोस जताया कि राजनीतिज्ञ राजस्थानी के प्रति उपेक्षा का भाव रखते हैं। अमरीकी प्रशासन ने प्रमुख भाषा के रूप में राजस्थानी को मान्यता दी है, पर अपने ही देश में करोड़ों लोगों की यह मातृभाषा संवैधानिक मान्यता को तरस रही है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को अपनी भाषा का महत्त्व समझना चाहिए। यदि राजस्थानी को संवैधानिक मान्यता मिल जाए तो प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए इसकी अनिवार्यता लागू हो सकती है।
ऐसा होने पर राजस्थानी भाषियों को सरकारी सेवाओं में स्वत: ही प्राथमिकता एवं वरीयता मिलने लगेगी। ख्याली ने कहा कि जो भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी राजस्थानी को संवैधानिक मान्यता के लिए प्रतिबद्धता जताएगा वे उसके लिए लोकसभा चुनावों के दौरान प्रचार करेंगे।

भास्कर के प्रयासों की सराहना

राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए 'भास्कर' के प्रयासों की सराहना करते हुए ख्याली ने कहा कि राजस्थानी होने के नाते इसकी जितनी सराहना की जाए, वह कम है। ख्याली ने 'भास्कर' में प्रकाशित नियमित स्तंभ 'आपणी भाषा-आपणी बात' को राजस्थानी भाषा की मान्यता दिलाने के अभियान के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि इससे राजस्थानियों को 'भास्कर' का शुक्रगुजार होना चाहिए।

किए कई आइटम साँग

ख्याली सहारण ने बताया कि उनकी नई फिल्म 'मेरी पड़ोसन' 10 अप्रेल को रिलीज होगी। उन्होंने कहा कि फिल्म 'सिंह इज किंग' में आइटम साँग के रूप में उन पर फिल्माया गया गीत 'तैनूं दूल्हा किन्हे बनाया.....' हिट होने के बाद उनकी मांग बढ़ गई है। उन्होंने इसके बाद कई फिल्मों में आइटम साँग किए हैं। इस अवसर पर उन्होंने कई राजस्थानी हास्य गीत व चुटकले भी सुनाए।

व्हाइट बीयर बोले तो छाछ

राजस्थानी की माटी की खुश्बू बिखेरने के लिए ख्याली इन दिनों एलबम जारी करने तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि 'व्हाइट बीयर बोले तो छाछ' नामक एलबम में राजस्थानी संस्कृति रहन-सहन, पर्यटन क्षेत्रों की जानकारी, शिक्षा पद्धति तथा कुरीतियों पर कटाक्ष करते आइटम शामिल किए जा रहे हैं जिसे सुनकर प्रवासी राजस्थानी खुद को माटी के निकट पाएंगे।
(समाचार पत्रों से साभार)


2 comments:

  1. Bhai Khayli sahren,
    Nameskar.
    Thara bhasha re pritti vicher vanchya,Tharo o josh Ek di mayer bhasa re ghayio kam aasi.mahro aur mayer bhasa ri khatir jika bhi lage rehiya hai sab ro asirbad thare sagye hai.
    Thari white beear.ghani hi sawed hi.
    NARESH MEHAN
    9414329505

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  2. Congratulations Khyali Saharan, to be a part of animal rights and their welfare movement in India............Jai ho.

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