Tuesday, May 11, 2010

फुटपाथ पर बैठ्यै बाप रा सुपना


फुटपाथ पर बैठ्यै बाप रा सुपना
आईएएस कवि री कवितावां

जितेन्द्र कुमार सोनी 'प्रयास' राजस्थानी रा नूवां कवियां में आगीवांण। इंटरनेट माथै आपरी कवितावां रो ब्लॉग 'मुळकती माटी' घणो चावो। आरएएस पुरुष वर्ग में पैली ठोड़ रैवण वाळा सोनी आईएएस में पूरै भारत में 29 वीं ठोड़ पर अर राजस्थान में ओबीसी टॉपर रैया है। इण लूंठी सफलता पर 'आपणी भाषा-आपणी बात' कानी सूं वां नै घणा-घणा रंग अनै मोकळी बधाई। आज बांचो श्री सोनी री ताजा कवितावां-

॥ मिनख-लुगाई॥

मिनख
बाद में बणै है
बाप,
भाई,
घरधणी
अर बेटो,
पैलां हुवै है
सदां ई मिनख।
अर लुगाई
सदां ई हुवै
मां,
बैन,
जोड़ायत
अर बेटी,
पण आखी जूण
कदै नीं बण सकै
फगत एक लुगाई।

॥ फुटपाथ पर बैठ्यै बाप रा सुपना॥

सड़क बिचाळै
फुटपाथ पर बैठ्यै
बाप रा सुपना
होग्या ईंट रा,
सिमटगी सोच
एक कमरै मांय।
एक कमरो बण्यां पाछै
नीं दिखै
कमरै रै बा'र स्यूं
फाट्योड़ा गाबां मांय
लगोलग जुवान होंवती
बीं री तीन छोरियां,
नीं दिखैला
बै सारा
पाणी स्यूं
पेट नै स्हारो देंवता।
छात अर भींतां
छुपा सकै
बां रा कई दुख,
ऐ बातां
कदै ई नीं जाणै
महलां मांय रैवण वाळा।
च्यार दीवारां अर
छात री कीमत
जाणै है
आसमान री छात तळै
फगत एक
बूढो बाप।

-जितेन्द्र कुमार सोनी 'प्रयास'
प्राध्यापक (राजनीति विज्ञान) राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, नेठराना, तहसील-भादरा, जिला-हनुमानगढ़। कानाबाती : 9785114110
स्थायी ठिकाणो-
पुराने राधास्वामी सत्संग भवन के पास, रावतसर ,जिला हनुमानगढ़ [ राज. ] 335524

email-jksoni2050@gmail.com
blog-www.jksoniprayas.blogspot.com
blog-www.mulkatimaati.blogspot.com

7 comments:

  1. jeetu jee ko i.a.s. me chaineet hone par aakharkalash resudhi pathko ar bikaner bhani soo mokli badhae,
    jeetu jee ri kavitava gambherr hai ar ek bodh karvan aali kavitava hai , aachchi kavitava saaru jeetu jee ne ar aapani bhasa ne sadhuwad.

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  2. आई.ए.एस. कवि री कवितावां सांतरी है सा.
    मोकळी बधायाँ
    आपनै अने जितेन्द्र जी नै

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  3. बुद्धिमता के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन के लिए कोटिशः बधाई। अब बारी है रचना के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करने की। प्रयास जी, प्रयास करते रहें एक दिन इस क्षेत्र में भी आसमां छू लेंगे। हमारी शुभकामनाएं साथ हैं।
    हरि कृष्ण आर्य
    हनुमानगढ़

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  4. jordar hai soni ji ri kavitavan !
    mhai to soni ji ne padtakh e keya karun ke gareeb ar gareebi ri aa samajh ar peed ukeran ri hoons pad mathe baith'r bhi rakhya!ab to aap mathe mayad bhasha ne haqu dirawan ro or bhi jimmo badh giyo.ek I.A.S. jad rajasthani likh-bol si to mayad ro man badh si.aap re sathe banya dooja rajasthani I.A.S. ne bhi salah deya ke janta syun samvad rajasthani me kare.janta ri peed aap khnne begi ar sori poog si.aa baat ek rajasthani sahityakar jane hai.ab thai loontha afsar hogya ar mhai thara tabbedar!yani chhote munh baddi bat kar di.aap ne kavita saru ghana ghana rang!

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  5. कागद जी री आ बात नागरी लिपि में बाँचो सा!

    जोरदार है सोनी जी री कवितावां !
    म्है तो सोनी जी नै पड़तख ई कैया करूँ के गरीब अर गरीबी री आ समझ अर पीड़ उकेरण री हूंस पद माथै बैठ'र भी राख्या! अब तो आप माथै मायड़ भाषा नै हक दिरावण रो और भी जिम्मो बढ़ग्यो . एक I.A.S. जद राजस्थानी लिख-बोलसी तो मायड़ रो मान बढ़सी. आप रै साथै बणिया दूजा राजस्थानी I.A.S. नै भी सलाह देया के जनता स्यूं संवाद राजस्थानी में करै. जनता री पीड़ आप खन्ने बेगी अर सोरी पूगसी. आ बात एक राजस्थानी साहित्यकार जाणे है. अब थे लून्ठा अफसर होग्या अर म्है थारा ताब्बेदार! यानी छोटे मुंह बड्डी बात कर दी. आप नै कविता सारू घणा घणा रंग!

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  6. @ आदरजोग कागदजी,
    पगे लागणां!
    ....लून्ठा अफसर....अर ताब्बेदार!......
    यूँ काँईं बात करो मायतां?
    म्है तो आपरो ई टाबरियो हूँ..
    मै कहाँ कुछ करता हूँ,
    मेरी क्या औकात है....?
    ये सब उपलब्धियां तो
    आप जैसे मायतों की ही सौगात है...
    .....आशीष बणायां राखज्यो....
    म्है आपरी उम्मीदा पर खरो उतरण रा पूरा पूरा जतन करस्यूं....!
    आपरो
    जितेन्द्र

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  7. congratulation for ias kuldeep

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