Thursday, May 6, 2010

'मुळकती माटी' बणी सिरताज

नेठराना गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्राध्यापक (राजनीति विज्ञान) पद पर कार्यरत जितेन्द्र कुमार सोनी 'प्रयास' संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2009 में चयनित घोषित हुए हैं। इसी वर्ष अपने प्रथम प्रयास में ही आरएएस पुरुष वर्ग में टॉपर रह चुके सोनी ने आयोग की ओर से गुरुवार को घोषित परिणाम में देशभर में 29 वां स्थान प्राप्त किया है।
रावतसर तहसील के धन्नासर गांव में 29 नवम्बर 1981 को जनमे सोनी ने इस अवसर पर कहा कि उनका बचपन से संजोया हुआ सपना साकार हो गया है तथा ऐसी कोई उपलब्धि नहीं जिसे मेहनत के दम पर प्राप्त नहीं किया जा सकता। यह परिणाम सिद्ध करता है कि राजस्थान और खासकर हनुमानगढ़ जिले में शिक्षा के संदर्भ में बहुत बड़ी जाग्रति आई है और सोनी की इस सफलता से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी।
सोनी ने सिद्ध कर दिया है कि हिन्दी माध्यम, ग्रामीण पृष्ठभूमि या सरकारी स्कूल में पढ़कर भी सफलता के उच्चतम लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है और अगर कोई इंसान कड़ी मेहनत करता है तो निश्चित तौर पर हर लक्ष्य उसे छोटा नजर आता है।

साहित्यकारों में खुशी का माहौल

स्थानीय साहित्यकार सत्यनारायण सोनी, रामस्वरूप किसान, मेहरचंद धामू व विनोद स्वामी ने सोनी की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की है। गौरतलब है कि सोनी हिन्दी व राजस्थानी के चर्चित युवा कवि भी हैं तथा इनका कविता संग्रह 'उम्मीदों के चिराग' प्रकाशित हो चुका है। इंटरनेट पर सोनी की राजस्थानी कविताओं का ब्लॉग 'मुळकती माटी' भी काफी चर्चित हुआ है। गत दिनों नई दिल्ली में आयोजित सार्क सम्मेलन में भी सोनी भाग ले चुके हैं तथा अगले वर्ष पाकिस्तान में आयोजित हो रहे विश्व साहित्यकार सम्मेलन में भी इन्हें आमंत्रित किया गया है। सोनी इन दिनों राजस्थान विश्वविद्यालय से 'विकास के गांधीय प्रतिमान' विषय पर पीएच.डी. भी कर रहे हैं।

2 comments:

  1. राजस्थानी भाषा रा जिलै रा साहित्यकार भाई जितेन्द्र सोनी रो I.A.S.मेँ चयन होवण रो हरख आखै राजस्थान अर मायड़ भाषा रै हेताळुआं नै है। हनुमानगढ़ जिलै नै आपरै इण सपूत माथै गुमान है।हरख रो ओ समचार सुण म्हारी छाती चौगणी चवड़ी होयगी।भाई जितेन्द्र अर उण नै जळम देवणियां मा बाप नै बधायजै! सोनी जी री जोड़ायत ने अलेखूं धनबाद।ओ उण रै तप अर त्याग रो ई बळ-फळ है।

    ReplyDelete
  2. आपणे राजस्थान रे वास्ते आ घणे माँ री बात है सा. घणी ख़ुशी हुई. घणो आनंद हुयो सा. सोनीजी आके राजस्थान रो मान बढ़ाये है. इण सबसू न्यारी बात आ है कि सोनीजी खुद एक साहित्यकार भी है. म्हारी तरफ सूँ सोनीजी ने घणी घणी बधाई और आवण वाळी जिम्मेदारीयाँ रे वास्ते शुभ-कमानावा

    www.nareshnashaad.blogspot.com

    ReplyDelete

आपरा विचार अठै मांडो सा.

आप लोगां नै दैनिक भास्कर रो कॉलम आपणी भासा आपणी बात किण भांत लाग्यो?