Thursday, August 11, 2011

अगस्त 2011 री खबरां




1 comment:

  1. भार्इ डा. सोनी साब
    आज र्इज 'दैनिक भास्कर रो 'आपणी भाषा आपणी बात पैली दाण देख्यो अर उण मांय 'पाकिस्तान में राजस्थानी बांचर घणौ हरख विहयौ. ओ पण देखवा नै मिल्यौ कै आप लोग राजस्थानी रै वास्तै कितरौ काम कर रया हो। आपनै घणा रंग है। अबार लारलै दिनां डा. सुरेन्द्र सिंहजी पोखरना अहमदाबाद सूं लिख्यो कै म्हूं म्हारी सम्पादित प्रो. देवकर्ण सिंहजी री दूहां री रचना 'पिउ पियै दारूह नै यूनिकोड मांय कन्वर्ट करर वांनै मोकलूं तो वै उणनै इंटर्नेट माथै अपलोड करवाय देवेला. म्हूं कम्प्यूटर रै कामां में घणी महारत राखूं कोनी, थोड़ो घणौ जो जाणूं हूं वो सब दूजा लोगां नै काम करता देख देख नै अर पूछ पूछ नै सीख्यो हूं. सो इण यूनिकोड वाळा मामला में म्हंनै अेक कम्प्यूटर एक्स्पर्ट री मदद लेवणी पड़ी अर भगवान भलो करै वांरो कै वां रै मारफत म्हूं देवनागरी मांय राजस्थानी नै इंटर्नेशनल स्टेंडर्ड सूं लिखण मांय सक्षम व्हे सक्यो. उणी रा माध्यम सूं आ कमेंट लिख सक्यो हूं। म्हूं वा किताब अर उणरौ टेक्स्ट आपनै र्इ भेजूंला, जिणरौ उपयोग आप कीकर कर सकौ, देखावजो सा. 25 अगस्त वाळौ रो प्रोग्राम म्हांरै अठै अेक राजस्थानी रा हेताळू रै देवलोक व्हेवा सूं डफळ गयो. जैपुर में भेळा व्हेवण रो तो पैलां र्इ बदल गयो हो. म्हारी घणी उडीक ही कै आपां जैपुर में बरसां पछै पाछा मिलांला. यां दिनां समाचारां सूं ठाह पड़ री है कै मायड़ भाषा री मानता रा सुगन चोखा व्हे रया है. म्हनै ठाह कोनी कै आपनै आ जाणकारी मिली कै नीं कै भूपाल नोबल्स पी. जी. कालेज, उदैपुर मांय 38 साल भणाया पछै वाइस प्रिंसिपल अर पाटवी, अंग्रेजी पी.जी. विभाग सूं मार्च 2007 में रिटायर विहयां पछै नवम्बर 2007 सूं लिबिया रा तुब्रुक शैर में ओमर अल्मुख्तार युनिवर्सिटी रा अंग्रेजी विभाग में प्रोफैसर ओहदा माथै अगस्त 2010 तांर्इ भणायो अर पाछौ बावड़ अर मेवाड़-वागड़ रा मोटîारां नै अंग्रेजी भाषा अर साहित्य रो म्हारौ हासिल करîोड़ो ज्ञान बांट रयो हूं, जिणरै साथै मायड़ भाषा री र्इ सेवा चाल रयी है.
    सदभावी - प्रो. जी. अैस. राठौड़, उदैपुर सम्भाग पाटवी, अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मानता संघर्ष समिति

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