Monday, June 13, 2011

राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए राष्ट्रपति को सैंकड़ो खत


राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के अभियान ने जोर पकड़ा


जोधपुर। राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए चल रहा अभियान जोधपुर में जोर पकड़ता जा रहा है। सोमवार को मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी की ओर से मौलाना अबुल कलाम आजाद स्कूल में पोस्टकार्ड अभियान आरंभ किया गया। राना के मीडिया चेयरमैन प्रेम भंडारी के मुख्य आतिथ्य में सोसायटी के पदाधिकारियों, स्कूली विद्यार्थियों और स्टॉफ ने राष्ट्रपति के नाम पर 513 पोस्टकार्ड लिखे हैं। अब ये विद्यार्थी घर-घर जाकर पोस्टकार्ड लिखवाएंगे।

राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में जोडऩे के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। मौलाना स्कूल में सुबह प्रेम भंडारी, सोसायटी के सीईओ मोहम्मद अतीक गौरी, अध्यक्ष शब्बीर अहमद खिलजी, निदेशक काजी अयूब अंसारी, जेएनवीयू में राजस्थानी भाषा के पूर्व विभागाध्यक्ष कल्याणसिंह आदि ने पोस्टकार्ड अभियान का शुभारंभ किया। सभी लोगों ने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वे राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में जोड़े।


प्रेम भंडारी ने छात्र-छात्राओं व शैक्षणिक स्टॉफ से आह्वान किया कि वे मायड़ भाषा को हक दिलाने के लिए घर-घर संपर्क करते हुए पोस्टकार्ड अभियान चलाए। उन्होंने कहा कि यह हक की लड़ाई है, इसे पूरा करके ही दम लेना है। सोसायटी के सीईओ व अध्यक्ष ने भी इस आंदोलन में पूरा सहयोग करने का वादा किया है।

फोटोः शिव वर्मा

दैनिक भास्कर 14 जून, 2011 सूं साभार...

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