Friday, June 17, 2011

आगरा ने सहेजी राजस्थानी की शान


आगरा। क्या आप जानते हैं कि चौसरौ, जरख, बारलौ, बाथोबाथ, मिती, लिलौ, सूकर, हैठ...का क्या अर्थ है? हो सकता है कुछ लोगों को ये अर्थहीन लगें लेकिन, राजस्थान के लाखों लोगों के लिए इनकी महत्ता है। ये मारवाड़ी के शब्द है। यह भाषा विलुप्ति के कगार पर है। इस मीठी लोकभाषा पर खड़ी बोली और अंग्रेजी हावी हो गई है। केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा ने इस भाषा को संरक्षित कर लिया है। संस्थान ने ऎसे 10 हजार शब्दों का संकलन किया है। संस्थान इसे शीघ्र ऑनलाइन करने जा रहा है। इस शब्द कोष के सम्पादक चूरू निवासी डॉ. भंवरसिंह सामौर हैं।

मारवाड़ी शब्दों के अर्थ समझ में आने पर हर कोई पुलकित होता है। उद्धारणार्थ यहां कुछ शब्दों के अर्थ इस प्रकार है....
चौसरौ (पुष्पमाला), जरख (तेंदुआ), बारलौ (मूल स्थान की जगह दूसरे स्थान पर रहने वाला व्यक्ति), बाथोबाथ (कुश्ती), मिती (प्रति सैकड़ा ब्याज दर), लिलौ (पशुओं को तोड़कर खिलाने वाले हरे पत्ते), सूकर (आदिवासी नृत्य जो विलुप्ति के कगार पर है), हैठ (सेठ-साहूकार)।

केन्द्र है जोधपुर

मारवाड़ी लोकभाषा का केंद्र जोधपुर है। यह बीकानेर, जैसलमेर और चूरू में भी बोली जाती है। इस भाषा पर 2008 से काम चल रहा था, जो पूरा हो गया है। अभिषेक अवतंस, प्रभारी, हिन्दी लोकशब्द परियोजना

मिलेगा लाभ

हिन्दी की संकटग्रस्त लोकभाषाओं को सहेजने के लिए संस्थान हिन्दी लोक शब्दकोश परियोजना चला रही है। इससे विशाल शब्द भंडार
संरक्षित होगा और हिन्दी की सांस्कृतिक जड़ों में भी पुष्टता आएगी। देश-विदेश के हिन्दी पाठक लाभान्वित होंगे।-डॉ. चंद्रकांत त्रिपाठी, कुलसचिव केंद्रीय हिन्दी संस्थान आगरा

5 comments:

  1. इस मीठी लोकभाषा पर खड़ी बोली और अंग्रेजी हावी हो गई है।

    सिधा-सिधा बोलता शंकौ आवै कांई सा ?

    खड़ीबोली दो हिस्सौ में बट्योड़ी छै - उर्दु अर हिंदी नांव सूं. अंग्रेजी अर उर्दु राजस्थानी रै कठै आड़ी आवै ?

    सीधी बात करौ - ये हिंदी एक दिन राजस्थानी को ले डुबेगी.

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  2. POSTING THIS AGAIN AS FIRST TIME IT WAS NOT ACCEPTED.

    इस मीठी लोकभाषा पर खड़ी बोली और अंग्रेजी हावी हो गई है।

    सिधा-सिधा बोलता शंकौ आवै कांई सा ?

    खड़ीबोली दो हिस्सौ में बट्योड़ी छै - उर्दु अर हिंदी नांव सूं. अंग्रेजी अर उर्दु राजस्थानी रै कठै आड़ी आवै ?

    सीधी बात करौ - ये हिंदी एक दिन राजस्थानी को ले डुबेगी.

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  3. प्रिय मित्र. आपको अवगत करा दूं िक यह खबर मैंने द सी एक्सप्रेस में लिखी थी। आपने उसे यथावत छाप दिया। आभार। अगर मेरा नाम भी अंिकत करते तो खुशी होती।
    डॉ. भानु प्रताप सिंह
    समाचार सम्पादक
    द सी एक्सप्रेस, आगरा
    09412652233

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  4. प्रिय मित्र. आपको अवगत करा दूं िक यह खबर मैंने द सी एक्सप्रेस में लिखी थी। आपने उसे यथावत छाप दिया। आभार। अगर मेरा नाम भी अंिकत करते तो खुशी होती।
    डॉ. भानु प्रताप सिंह
    समाचार सम्पादक
    द सी एक्सप्रेस, आगरा
    09412652233

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  5. प्रिय मित्र. आपको अवगत करा दूं िक यह खबर मैंने द सी एक्सप्रेस में लिखी थी। आपने उसे यथावत छाप दिया। आभार। अगर मेरा नाम भी अंिकत करते तो खुशी होती।
    डॉ. भानु प्रताप सिंह
    समाचार सम्पादक
    द सी एक्सप्रेस, आगरा
    09412652233

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