tag:blogger.com,1999:blog-2062034415620256697.post5091772746754367014..comments2023-08-08T04:08:18.011-07:00Comments on AAPNI BHASHA-AAPNI BAAT: २१ नोट, वोट अर जूतोAAPNI BHASHA - AAPNI BAAThttp://www.blogger.com/profile/17994132474389727135noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2062034415620256697.post-71996627361752566272012-11-20T03:43:04.229-08:002012-11-20T03:43:04.229-08:00डॉ॰ मंगत बादळ जी, आपनै सतवीर वर्मा 'बिरकाळी...डॉ॰ मंगत बादळ जी, आपनै सतवीर वर्मा 'बिरकाळी' रौ घणै मान सूँ राम-राम। आजकाल रै नेतावाँ ऊपर ओ चोखो व्यंग्य लिख्यो सा थे। राजनीति कोनी आ तो घाळ मेळ री राबङी बणरी है। एक नेतो जागै अर् एक मुद्दो लेर् चालै पण थोङै दिन पाछै देखां तो बो नेता ई इण घाळ मेळ री राबङी मांय रळतो दीखै। आजकाल री राजनीति एक इस्यो दळदल है जिकै माँय बङ्याँ पाछै आछो काम दिखै ई कोनी। सारा नेता लोग आपगी प्रॉपर्टी बणार् लाग रैया है। जनता गी बात कोई नेता नीं करै। गर करै तो पैलो नाम आपगै सगळा सम्बन्धियाँ गो लेवै अर् बांनै ई राजकीय सेवावाँ रो लाभ मिलै। चुनाव अर् वोट री बखत् एक बार आपरो मुँडो दिखावै पाछै पाँच साल जनता कानी मुँडो करगै सोवै ई कोनी। जनता बिचारी भूखी तिसी रोंवती रेवै पण बीं नेता गै कान पर चूँ भी ना होवै।<br />राजस्थानी भाखा नै मान्यता देणै सारु सारा नेता आपरी राजनीतिक रोटी सेकै बाकी कीं कोनी। गर बांनै मान्यता ही देणी ही तो अब अशोक गैलोत री काँग्रेसी सरकार है अर् पूरी बहुमत सूँ है, अर् केन्द्र मांय भी काँग्रेसी सरकार है, फेर भी राजस्थानी भाखा नै मान्यता क्यूँ नीं दे सक्या?<br />सब आपरी राजनीति री रोटी सेकणै रा करार वादा है। <br />अंत मांय एक दोहै सारु आ बात खत्म करुं सा-<br /><br />आजकाल रा नेता लोग, बोलण् लाग्या झूट।<br />सीधी भोळी जनता रैगी, <br />लूट सकै तो लूट।।<br />http://satveerkevichar.wordpress.com/Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2062034415620256697.post-75684694598404690552009-04-24T21:39:00.000-07:002009-04-24T21:39:00.000-07:00Aderjog,
Dr.Mangat badal,
...Aderjog,<br /> Dr.Mangat badal,<br /> Ram-Ram sa.<br /> Tharo ghano hi Chetkoro tikho veyeng vanchyo.mundo or dimag donu hi cerkaram ho geya.<br />Aaj ri rajnitti mai bilkul sahi lagye hai.Isa hi cerkara or thikha lekh or aando.<br />NARESH MEHANAnonymousnoreply@blogger.com